
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि भारत में गर्मी के मौसम ने इस साल सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जिसमें कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस तीव्र गर्मी को देखते हुए राज्य सरकारों ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 45 दिनों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है।

आइए विस्तार से जाने की इसके पीछे का कारण क्या है? इसकी अवधि और इससे संबंधित दिशा-निर्देश क्या-क्या लागू किए गए हैं? सरकारी और प्राइवेट विद्यालय कब से खुलेंगे। जिससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी आगे से लेख में विस्तार बहुत बताई गई है। आप सभी उम्मीदों को ध्यानपूर्वक अंत तक जरूर पढ़ें-
सरकारी और प्राइवेट स्कूल 45 दिन तक रहेंगे बंद
वर्तमान में देश के उत्तरी और मध्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में लू का प्रकोप जारी है। इन इलाकों में दिन के समय तापमान 45 से 48 डिग्री तक पहुंच गया है। इतनी अधिक गर्मी में छोटे बच्चों का स्कूल जाना न केवल असुविधाजनक बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक हो सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय और मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ऐसे मौसम में बच्चों को धूप में निकलने से बचाना आवश्यक है। इसी के तहत स्कूल शिक्षा विभाग ने 45 दिनों की ग्रीष्मकालीन छुट्टियों की घोषणा की है।
किन स्कूलों पर लागू होगा यह आदेश
यह आदेश सभी प्रकार के स्कूलों पर लागू होगा, जिनमें शामिल हैं:
- सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय
- सहायता प्राप्त स्कूल
- निजी स्कूल (CBSE, ICSE एवं राज्य बोर्ड)
- मदरसे और अन्य शैक्षणिक संस्थान जहां नियमित कक्षाएं होती हैं
कुछ राज्यों ने यह निर्देश दिया है कि स्कूल बंद के दौरान केवल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा सकती हैं, वह भी सीमित समय के लिए और बच्चों की सुविधा के अनुसार।
छुट्टियों की समयावधि
अधिकतर राज्यों में यह ग्रीष्मकालीन अवकाश 15 जून 2025 से शुरू होकर 30 जुलाई 2025 तक रहेगा। हालांकि, अलग-अलग राज्यों में यह तिथियां भिन्न हो सकती हैं, इसलिए अभिभावकों को अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या स्कूल से संपर्क कर सटीक जानकारी लेनी चाहिए।
कुछ राज्यों में यदि मौसम अनुकूल रहता है तो स्कूल 15 जुलाई तक ही खोल दिए जाएंगे, लेकिन यदि लू का प्रकोप जारी रहता है तो अवकाश बढ़ाया भी जा सकता है।
बच्चों की सेहत को लेकर दिशानिर्देश
स्कूलों के बंद रहने के दौरान माता-पिता को बच्चों की देखभाल के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- बच्चों को अधिक से अधिक पानी पिलाएं
- धूप में निकलने से बचाएं
- हल्के और सूती कपड़े पहनाएं
- घर में ठंडा वातावरण बनाए रखें
- संतुलित और पौष्टिक भोजन दें
- टीवी और मोबाइल की अधिकता से बचाकर पढ़ाई की आदत बनाए रखें
ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प
कुछ निजी स्कूलों ने छुट्टियों के दौरान बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित न करने के उद्देश्य से ऑनलाइन क्लासेस की योजना बनाई है। इसके लिए:
- सप्ताह में 3-4 दिन 1-2 घंटे की क्लास ली जा सकती है
- होमवर्क या प्रोजेक्ट असाइनमेंट दिए जा सकते हैं
- छुट्टियों के बाद रिवीजन क्लासेस करवाई जाएंगी
अवकाश का सही उपयोग कैसे करें?
छुट्टियों को केवल आराम के रूप में न लें, बल्कि इसे बच्चों के कौशल विकास और रचनात्मकता के लिए उपयोग में लाएं:
- नई किताबें पढ़ने की आदत डालें
- कोई नई भाषा या कला सीखने का अवसर दें
- घर में छोटी जिम्मेदारियां देना सीखाएं
- परिवार के साथ समय बिताएं
निष्कर्ष
गर्मी से राहत पाने और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार का यह निर्णय सराहनीय है। अभिभावकों, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन छुट्टियों के दौरान बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य दोनों का ध्यान रखा जाए। यदि आप किसी विशेष राज्य से हैं और आपको अपने क्षेत्र के स्कूलों की छुट्टियों की जानकारी चाहिए, तो कृपया संबंधित शिक्षा विभाग की वेबसाइट देखें या स्थानीय विद्यालय से संपर्क करें।

नमस्कार! मेरा नाम सूरज है, मैं पिछले दो वर्षों से सभी राज्यों की बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी नवीनतम अपडेट, सरकारी योजना, सरकारी नौकरी, रिजल्ट, स्कॉलरशिप, लेटेस्ट अपडेट से संबंधित टॉपिक पर आर्टिकल लिखने में दिलचस्प रखता हूं।